प्रत्येक जातक की कुंडली को राहु और केतु 180 यूनिटी डिग्री पर विच्छेदन करते हैं किसी ने किसी भाव जब समस्त गृह राहु से लेकर केतु के मध्य आ जाते हैं तब कालसर्प दोष बनता है
राहु और केतु क्या है :- कुंडली में केतु राहु की उपस्थिति रहती है
यह दोनों...Read More